कृषि विभाग की निरिक्षण दल ने जिलें में बनाया सेंकडों  खाद बीजों की दुकानों पर मामला* 

*छिदंवाडा जिलें में अमानक खाद बीजों का बोलवाला **



*कृषि विभाग की निरिक्षण दल ने जिलें में बनाया सेंकडों  खाद बीजों की दुकानों पर मामला*



*जिला मुख्यालय के सहायक संचालक एंव पूर्व छिदंवाडा कृषि अनुविभागीय अधिकारी धीरज ठाकुर ने देखरेख में हुआ पूरा निरिक्षण **


*जिलें में सेकडों दुकानों में अमानक (नकली) खाद बीज मिलें लेकिन एक पर भी आज तक  नही हुई एफआईआर **


 *जिलें की खाद बीजों की  दुकानों का कृषि अधिकारी का निरीक्षण  सिर्फ दिखावा ** 
*क्यों नहीं हुआ आज तक इन अमानक खाद बीज बेचने वाले दुकान संचालक एवं कंपनियों पर एफ आई आर*
छिदंवाडा-जिला में विगत महिनों से जिले में नकली खाद बीज बेचने वाले की धरपकड़ जोरों पर है जिसमें जिले भर में कृषि विभाग के अधिकारी कर्मचारियों ने सैकड़ों केस दर्ज किया  जिन दुकानों में अमानक खाद बीज पाए  । लेकिन आश्चर्य की बात तो यह है कि दो-तीन माह बीत जाने के बाद भी एक भी दुकान संचालक पर कृषि विभाग के आला अधिकारियों ने नाही  किया आज दिनांक तक f.i.r. ना ही  इन दुकानों को किया गया सील  इन दुकानदार आज भी बिना रोक-टोक के अपनी दुकान कर रहे है । संचालित  लेकिन कृषि विभाग के आला अधिकारी  इन दुकानों को सील करने में आपनी रुचि नहीं दिखा रहे हैं या कहो कि कुछ ले देकर मामला को शांत कर दिया गया है इसमें मुख्य रूप से जिला मुख्यालय के सहायक संचालक धीरज ठाकुर हैं जो विगत 15 वर्षों से जिले में पदस्थ हैं इन महाशय का विगत 15 वर्षों से जिले से नहीं हुआ है  स्थान्तरण  जिसके कारण  पूरे जिले की दुकानदार इन महाशय को पहचानते हैं एवं बड़ी-बड़ी कंपनियों के संचालक इनसे मेलजोल कर पूरे जिले में अपनी नकली खाद बीज बेच रहे हैं । जबकि जिलें की जाँच दल में मुखिया थे सहायक संचालक धीरज ठाकुर जो कि खाद बीज की दुकानों में निरिक्षण टीम के सूत्रों की मानों तो इन दिनों सहायक संचालक की चाँदी ही चाँदी है ।क्योंकि जिलें के उपसंचालक कृषि के कभी विश्वास पत्रों में इनका नाम है ।इसलिए उपसंचालक ने पूरा वित्तीय अधिकारी महोदय को देकर रखा है सारें लेनदेन महोदय ही कर रहे है ।इन्हीं का फायदा महोदय ने उठाया ओर  जिलें भर की खाद्द बीज दुकानों का निरिक्षण किया जिसमें सेकडों खाद बीजों की दुकानों के बींज खाद अमानक पायें गयें  हैं  लेकिन आज दिनांक तक इन दुकानों पर एफआईआर नहीं हुई है । सूत्रों कि मानों तो महोदय इन दिनों खूब मलाई लूट रहे है  ।जिसके कारण आज तक इन नकली  खाद बींज बेचने वालें पर   f.i.r. एवं दुकान सील नहीं किया गया । जबकि  निरिक्षण के दौरान  खाद बीज की दुकान में अमानक बीज एवं अमानक खाद मिलने पर भी  एफआईआर नहीं हुई एंव ले देकर कर रहे हैं मामला सेटल कर दिया जाता है । कृषि विभाग के अधिकारी कर्मचारी  एंव खाद   बीज दुकान संचालक खुलकर किसानों को  लूट रहे है।
छिंदवाड़ा जिले में विगत 3 माह से कृषि विभाग के द्वारा जिले भर की खाद्य बीज दुकानों का सैंपल लिया जा रहा है . जिसमें निरिक्षण के दौरान जिलें की  कई दुकानों में   खाद बीज अमानक पाये गयें । लेकिन जिले के निरीक्षण टीम ने आज दिनांक तक जिले में कई खाद्य बीजों दुकानों में अमानक बीज एवं खाद मिली लेकिन उन पर f.i.r. नहीं की गई ना ही ऐसी कंपनियों को जिलें से  बैन किया गया जो नकली खाद बीज बेच रहे हैं जिसके कारण जिले भर में इस समय नकली खाद बीज का बोलबाला है ।लेकिन जिले में बैठे कृषि अधिकारी ले देकर मामला को शांत कर  देते है ।जबकि  जिले की निरीक्षण दल ने कई दुकानों पर सैंपलिंग लिया जिसमें कई दुकानों में नकली खाद बीज पायें गये लेकिन आज दिनांक तक जिलें के कृषि अधिकारी ने एक भी खाद बीजों की दुकानों के खिलाफ एफआईआर नहीं किया न ही उनकी दुकान को सील किया  जबकि उनकी  दुकानों के खाद बीज अमानक पाए गए लेकिन आज दिनांक तक इन दुकानों के कोई कार्यवाही नहीं किया सूत्रों की माने तो जिले भर में सैकड़ों दुकानों में अमानक खाद बीज पाए गए लेकिन जिले में बैठे सहायक संचालक धीरज ठाकुर की मिलीभगत से इन खाद बीज दुकानों के संचालक एवं कंपनियों पर आज तक कोई f.i.r. नहीं की गई इसका सीधा साधा मतलब कृषि विभाग के सहायक संचालक से अमानक खाद बीज बेचने वाले दुकान संचालकों से सांठगांठ हो गई इसीलिए तो आज दिनांक तक एक भी दुकानदारों पर ना ही कोई कंपनी पर एफ आई आर की गई है अब देखना है कि प्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ  के गृह जिले में ऐसे भ्रष्ट अधिकारी कब तक जिलें में रहते हैं। जबकि कहा जाता है पूर्व   भाजपा सरकार में पूर्व कृषि मंत्री गौरीशंकर बिसेन  के खास हुआ करते थे ।लेकिन प्रदेश में सत्ता परिवर्तन होने के बाद भी आज तक ये अधिकारी जिलें से नहीं गयें जबकि दस पद्रह साल हो गये है ये महोदय के पहले आत्मा परियोजना में रहकर किसानों के नाम में आने वाली योजना में खूब हेराफेरी किया उसके बाद छिदंवाडा कृषि अनुविभागीय अधिकारी रहते हुये बरिष्ठ कृषि विकास अधिकारी के साथ मिलकर किसानों की योजनाओं में हेराफेरी किया सूत्रों कि मानों तो अब महोदय जी ने किसी बरिष्ठ काग्रेंस कार्यकर्ता से मिलकर पुनः कृषि मुख्यालय में सहायक संचालक के पद पर नियुक्ति करा लिया है । यहां आने के बाद जिला कृषि मुख्यालय का वित्तीय अधिकारी महोदय के पास है ओर अब जिलें मे हो रहा है कॉर्न फेस्टिवल  हो रहा है अब इसमें महोदय कितनी हेराफेरी करते है ये तो आने वाला समय बतायेगा । 
       - ठा.रामकुमार राजपूत


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